सेवालाल महाराज हिस्ट्री
संत सेवालाल महाराज
भारत देश माई घने गोर आन चलगे.जेमायीति घनेकम लोग आपलो नाम छोड़न गेच्. पहिले जमानेम काही गोर असेहेते जे व्यापार करतेथे। राजा महाराजान धान्य देर काम करतेथे।वसे व्यापारी माहीति एक व्यापारी हेतो भीमा नाइक। दक्षिण भारतेसामुरेतेथे। भीमा नाईक रेरो वाया हियो धर्मनिबाई जाधव वेति।घनेवरसेलंग वेणुन कोई संतान कोणीहेई।१०-१२ साले बाद एक संतान नेन जन्म दिने नाम वरो सेवालाल।सेवालाल राठोड़ गोत्र माई जन्म लिदो। 15 Feb 1739 वुदन हेतो जन सेवभायरो जन्म हियो। वनुरो गाम रामजी नाईक तांडा गूठी तालुका, अनंदपुर जिला आंध्र प्रदेश राज्य माई।(रामजिनाईक तंडा ,चेन्नारायणी तांडा,गोलालदोड़ी तांडा -एकच तांडेर नाम छ।) बादेम भीमा नाईक न आजी तीन संतान हीई हापा , ह पा बधु,भानू, पूरा। वनुर बालपन रामजी नाईक तांडेमाइच बितो। सेवालाल अन वनुर भाई जंगलेम ढोर बकरी चरायेन जातेथे. सेवालाल महाराजेन meditetion (चिंतन) करेर सवे हेति। ओ रोज चिंतन करतेथे वर मूल वनुर एकाग्रता घनी आचि हेति।
सेवालाल महाराज जस-जसे मोठेहेतेगे वनुर न्यान भी गणो बड़तो गीयो। वणुन आयुर्वेदरघणो न्यान हेतो आयूर्वेद बरोबर वणुन तलवार बाजिरो भी न्यान हेतो। जस जसो ओ मोठेहेते गे वो देखेकि आपलो समाज चुकी र वाटेन जारोच,अंधश्र्दा सामुजारोच। वतेतीच वो समाज सुधारेर ध्यास लिदे ओ टेमन ओ देखे कि लोग आपलो भलो हेसारु देविन बकरा काटरेच, सेवालाल महाराज मरीमा (जगदंबा) देवीरो घणो मोठा एकनिस्ट भक्त हेतो।वो लोकुन समाजायो कि देवी काही निर्दोस जीवेरो बलि मांगेनी,तम वर जागेप शिरा घीयेरो भोग लगावो। काही लोकुन वनुर वात पटगी वो सेवालाल महाराज र वात सामले लागे। आंग चालन सेवालाल महाराज केलगोकि - तम सोता अपनेजीवनेम दिवा लगा सको छो। कोइ केन भजो मत, पूजो मत, काई केती कमी छेणी।भजनेम वेळ घालेपेक्षा काम करेर सिको मार शिकवाडी पर ध्यानदिजो- जाणजो छाणजो पचच माणजो। घनेलोकुन ई वात पटगी ओ लोग सेवालाल महाराजेर भक्त बनगे। वनुर तांडा माई छोट मोठ बीमारी जेआतिथि वनुर उपचार भी सेवभाया करतेथे। ढोर क बलद क बकरी क सारीर उपचारेर ओनुन न्यान हेतो।बादेम सेवाभाया सोचो की वनुर न्यान सारी देश माई देता लिन देशेर भलो करा आपलेगोर बंजारांन सहि वाट दकाळा वणुन एकजुट करा।
सेवालाल महाराजेर घोडा र नाम हेतो तोलाराम. समाज सुधारेसारु तोलारामेप बेटन अन आपले तिनि भाई अंन भक्त न लेतालीन सेवालाल महाराज निकलगे।तांडे-तांडे ति तो जिल्ला लंग जिल्ला ति तो राज्य लंग हानुसेवालाल महाराज फरतेगे अन लोकुन उपदेश देतेगे।
हैदराबाद देर निजाम सोबत सेवालाल महाराजेर संबंध आमेलोच वर 2 - कहानी छ एक सेवालाल महाराज अ ण वनुर मित्र ढोर चराते चराते हैदराबाद माई आवगेते अन वतेर खेतेमाईर सारि माल ढोर बलद हेनेखा गेते, वरमुल निजामेन गनो रीस आयी निजाम वनुर सैनीकेंन केलागो सेवाभाया हेनून मारकन लावो।सेवाभाया स्वाभिमानी हेते ओ जायेन नकार दे दिने, वर मूळ निजामेन आजी रीस आवगी ओ केलागेसारी गोर बंजारा लोकुन कर लगावो, इ वात सेवाभायान कोणी पट वरमुल हैदराबादम बंजारा हिल माई निजाम व सेवालाल महाराजेर लढाईहिति,ओ लङाईम निजाम हारगोतो अन सेवालाल महाराजेर सारी शर्त मान्य किदो। बादेम सेवालाल महाराज आपलेआयुर्वेदेर न्याने मूल वते र महामारीर बीमारी भि ठीक कर दिने अण सेवालाल महाराजेन् निजाम भेट वस्तु भी दिनो। दुसरी कहानी इ छ कि ढोर बकरी सारी खेत नास करेर बाद निजाम भाया न बलायो पण भाया कोणी केलागो जन निजाम भाया न देवी पुरता सीलनी दिनो ज़हर घालतालीन पण सेवाभायान उ कलगो जन भाया केलागो ओम इ देवीर परसाद मिक्स करदो वर बादेम ज़हर नस्ट हेगो। इ वात निजामेन कलि तो उ घनेआदरेती भाया न बलायो जन सेवालाल महाराज ओनुन भेटेन गे.वत जायेर बाद निजाम महामारीर समस्या भाया न केलागो भाया ऊ बीमारी ठीक कर दिनो तो निजाम खुश हेतालिन भाया न भेट वस्तु दिन।
बादेम सेवालाल महाराज लोकुन उपदेश देर करता साउथ मैथी ईस्ट म गे, बादेम वेस्ट सामु निकले जतरा हेसको वतरा लोकुन सही मार्ग दकाळे अन सेवटेन पोहरागड म मुकाम किदे।
वनुर मृत्यू कुकर ही करा ही ई एक रहस्य छ,पण पोहरागड म वो आख़रीश्वास लिदे। कुंवारेलोकुन दफ़न करच करन वोनुन पोहरागड म दफ़न किदे अन वत मंदिर बळाये।15 Feb न वत मोठ जत्रा भरावच।
सेवालाल महाराज एक हुशार,दूरदुस्ट्री रकाडेवाळे, आयुर्वैदिक माहीत रकाडेवाळे,युद्ध कौशल्य अन निसरगेर अभ्यास करेवाळे एक ग्रेट पर्सनालिटी हेते।
पळ काही लोग स्वतार फायदे पुरता ई केमेलेच क सेवालाल महाराजेकन दैवी शक्ति हेति, ओ चमत्कार क़रतेथे पण जेअंधश्रद्धा मैती लोकुन काडेवाळे स्वता हानुकर सकच काई ई विचार लोग करी चाय। सेवालाल महाराज केलागेते पहिलेतम देखो समजो बादेमच उ काम करो इ बोली नुसार आपलेन चालेरछ।
जय सेवालाल
Ghani aachi history ch
ReplyDeleteDhanyavaad
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